"हम सफल हुए"- अन्ना का व्रत और जन शक्ति से हारी सरकार
अंत में, लोकपाल विधेयक पर प्रस्तावित विधेयक के प्रारूप के विरोध व अन्नाहजारे सहित देश भर में हजारों लोगों के लगभग 4 दिनों के व्रत के बाद बनी सहमती की जीत से उत्साहित पूरा देश एक साथ उत्सव मना रहा है! अभी एक सप्ताह भी नहीं हुआ जब यह सब असंभव सा लग रहा था. नई दिल्ली के जंतर मंतर में, जहां अन्ना के समर्थक, विरोध प्रदर्शन हेतु एकत्र हुए हैं. समारोह स्थल बन गया है! हजारे ने कहा.", सरकार ने हमारी सभी मांगों को स्वीकार कर लिया है और मैं कल प्रात:10:30 बजे मेरा व्रत तोड़ दूंगा यह इस पूरे राष्ट्र के लिए एक जीत है."
हुर्रे है ! जिस घोषणा के लिए पूरा भारत प्रतीक्षा कर रहा था ......." पूरा हो गया है "जनलोकपाल विधेयक," सरकार द्वारा अनुमोदित किया गया; अन्ना हजारे और उनके सहयोगियों को बधाई ....... और धन्यवाद ... ... भ्रष्टाचार के विरुद्ध संघर्ष हेतु सभी भारतीयों को एक साथ लाने और प्रेरित करने के लिए ....... :)
यह जीत विश्व कप से भी बड़ी है क्योंकि यह हमारे और हमारे भविष्य हेतु है; तो ......चलो इस जीत को, जो जश्न हर विश्व कप जीतने के बाद किया था उससे भी अधिक गर्व से और तीव्रता से मनाए ...... ... ... :)
बताया गया है कि विधेयक हेतु 10 सदस्यों की समिति में 5 सरकारी व अन्य 5 में अन्ना हजारे, शांति भूषण, प्रशांत भूषण, संतोष हेगड़े तथा अरविन्द केजरीवाल होंगे ! दोनों ओर का एक एक अध्यक्ष होगा ! संतोष जनक यह है कि इनमें स्वामी अग्निवेश का कोई स्थान नहीं है ! आज अन्ना हजारे की संगत में रह कर स्वामी अग्निवेश ने भी "भारत माता की जय" और "वन्दे मातरम" का नारा लगाया !
अन्ना हजारे ने कहा उनकी जीत भारत की जनता की जीत है भारतीय भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ता अन्ना हजारे की जंतर मंतर पर 96 घंटे की भूख हड़ताल, अपनी सभी मांगों के लिए मंत्रियों की सहमति व्यक्त होने के बाद, निम्बू -जल पीकर समाप्त हो गयी है!
72 वर्षीय प्रचारक कठिन भ्रष्टाचार निरोधक कानून के लिए जोर दे रहा है, और भारी जन समर्थन प्राप्त किया है. हजारे के समर्थन में हजारों जुटे !
उनकी मांग कि नए कानून का प्रारूप बनाने की समिति के गठन में नेताओं के साथ सामाजिक कार्यकर्ताओं का सामान संख्या में होना तथा अध्यक्ष भी सरकारी के साथ एक गैर सरकारी होना, सरकार ने स्वीकार किया! सोनिया गाँधी सहित वरिष्ठ कांग्रेस जनों के आग्रह के बाद भी अपनी मांग पर स्थिर अन्ना सरकार को झुकाने में सफल हुए!
विगत महीनों में देश को भ्रष्टाचार घोटालों की कतार ने हिलाकर रख दिया हैContinue reading the main story “Start Quote
भारत में अहिंसक आन्दोलन का प्रतीक उपवास से बड़ा कोई नहीं
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एक पूर्व दूरसंचार मंत्री टेलीकॉम लाइसेंसों की धोखाधड़ी की बिक्री से करोड़ों डॉलर के वसूलने का आरोप होने के बाद से परीक्षण के घेरे में है.और देशवासी दंग रह गए जब आरोपों में उभरा है कि युद्ध विधवाओं के लिए मुंबई में मकान वास्तव में सरकारी कर्मियों को दिए गए थे.
गत माह देश के भ्रष्टाचार विरोधी निगरानी के सिरमोर को स्वयं भ्रष्टाचार के आरोप होने के आधार पर सुप्रीम कोर्ट ने त्यागपत्र देने को बाध्य किया था. संवाददाताओं का कहना घोटालों की हाल ही में बाढ़ से मोहभंग हुए देश भर में लोगों को श्री हजारे ने लामबंद किया है - वह एक अत्यधिक स्वच्छ छवि के एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में प्रतिष्ठित है.
हजारे के समर्थन में देश भर में हजारों जुटे
पत्रकारिता व्यवसाय नहीं एक मिशन है-युगदर्पण
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