हो रहा भारत निर्माण, क्या सचमुच (बेहिसाब,बेलगाम,घोटालों में)?
वो अपनी जगह ठीक कह रहे हैं, उनके स्विस खाते और इटली ही उनका भारत है तब स्विस खाते का पेट जितना फूलेगा और इटली के विकास में ही उनको भारत का विकास और निर्माण दिखे तो इसमें गलत क्या है ? हा हा हा; ...और विज्ञापन के नाम पर मीडिया को उसका हिस्सा मॉल गया तो जनता को भी वही दिखाया जायेगा ! ऐसा कब तक चलेगा, देश बिकता रहे, बिकाऊ मीडिया की घुट्टी पी पी कर जनता सोती रहेगी ? एक सार्थक विकल्प युगदर्पण के साथ जुड़कर उसे सशक्त व् सफल बनाकर हम भारत और भारतीयता को बचा सकते हैं.
देश की श्रेष्ठ प्रतिभा,प्रबंधन पर राजनिति के ग्रहण की परिणति दर्शाने का प्रयास
-तिलक संपादक युगदर्पण 9911111611, 9654675533.
पत्रकारिता व्यवसाय नहीं एक मिशन है-युगदर्पण
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