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Thursday, 28 March 2019

*मिशन शक्ति : भारत की बड़ी उपलब्धि, अंतरिक्ष में 3 मिनट के भीतर लक्ष्य भेदन*  

देश की जड़ों से जुड़ें👉 

प्रमं नरेंद्र मोदी का फाइल चित्र.... 

*युदस नदि 27 मार्च, 2019* प्रमं मोदी ने कहा कि मिशन शक्ति अत्‍यंत कठिन कार्य था। भारत ने मिशन शक्ति को तीन मिनट में पूरा किया।
नई दिल्‍ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि कुछ समय पूर्व भारत ने अभूतपूर्व सिद्धी अर्जित कर ली है। अंतरिक्ष शक्ति के रूप में भारत ने अपना नाम अंकित करा लिया है। अब तक विश्व के तीन देश अमेरिका, रूस और चीन को यह उपलब्धि प्राप्त थी, अब भारत चौथा देश है, जिसने आज यह सिद्धी प्राप्‍त की है। यह हर भारतवासी के लिए गर्व का विषय है। हमारे वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में 300 किमी दूर (एलईओ ऑरबिट) पिंड को मार गिराया है। यह एक पूर्व निर्धारित लक्ष्‍य था। इसे ए सेट मिसाइट द्वारा तीन मिनट में मार गिराया गया। मिशन शक्ति अत्‍यंत कठिन कार्य था। प्रमं ने स्पष्ट किया कि भारत सदा अंतरिक्ष में हथियारों की होड़ के विरुद्ध रहा है।

उन्‍होंने कहा कि भारत ने मिशन शक्ति को तीन मिनट में पूरा किया। 🎯 लक्ष्य भेदी मिसाइल (ए सेट मिसाइल) भारत  की विकास यात्रा की दृष्टि से देश को नई दिशा देगा। यह किसी देश के विरुद्ध नहीं था। यह किसी भी अंतरराष्‍ट्रीय कानून या संधि समझौतों का उल्‍लंघन नहीं करता है। हम आधुनिक तकनीक का उपयोग देश के 130 करोड़ नागरिकों की सुरक्षा के लिए किया है। एक सशक्त भारत का होना अति आवश्यक है। हमारा उद्देश्य युद्ध का वातावरण बनाना नहीं है।

उन्‍होंने कहा कि हमारा उद्देश्‍य शांति बनाए रखना है। हम निसंदेह एकजुट होकर एक शक्तिशाली और सुरक्षित भारत का निर्माण करेंगे। मैं ऐसे भारत की परिकल्‍पना करता हूँ, जो अपने समय से दो पग आगे की सोच सके और चलने का साहस भी जुटा सके। सभी देशवासियों को आज की इस महान उपलब्धि के बहुत बधाई। इस पराक्रम को करने वाले मेरे साथियों को बहुत धन्‍यवाद।

जबकि निर्धारित समय में प्रमं नरेंद्र मोदी का संबोधन सामने न आने के बाद समाचार एजेंसी एएनआई ने दोपहर 12.16 बजे ट्वीट कर कहा कि प्रमं मोदी अगले 8 मिनट के भीतर राष्‍ट्र को संबोधित करेंगे।

इससे पूर्व प्रातः 11.23 बजे प्रमं नरेंद्र मोदी ने ट्वीट पर कहा था, मेरे प्यारे देशवासियों, आज प्रातः लगभग 11.45 - 12.00 बजे मैं राष्‍ट्र के नाम एक महत्वपूर्ण संदेश लेकर आप के बीच आऊंगा। टेलीविजन, रेडियो या सोशल मीडिया पर मेरा संदेश सुनें।
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Wednesday, 6 July 2016

मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार, जावडेकर को मिली पदोन्नति (5.7.2017)

मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार, जावडेकर को मिली पदोन्नति (5.7.2017) 

मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार, जावडेकर को मिली पदोन्नतिप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए उसमें 10 राज्यों से 19 नये चेहरों को स्थान दिया। मोदी कबीना में पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रहे प्रकाश जावडेकर को पदोन्नत कर कबीना मंत्री बनाया गया है। राज्य मंत्री के रूप में शामिल किये गये लोगों में, पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, दार्जिलिंग से लोकसभा सदस्य एसएस आहलुवालिया, मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद अनिल माधव दवे, कर्नाटक से पांचवीं बार लोकसभा सदस्य रमेश चंदप्पा, अपना दल की सांसद अनुप्रिया पटेल, भाजपा प्रवक्ता और वरिष्ठ पत्रकार एमजे अकबर, शामिल हैं। 

इनके अतिरिक्त अर्जुन मेघवाल, विजय गोयल, महाराष्ट्र दलित नेता रिपा सांसद रामदास अठावले, सुविख्यात कैंसर शल्य विशेषज्ञ सुभाष राम राव भामरे, असम के नौगांव से भाजपा सांसद राजन गोहेन, गुजरात से जसवंत सिंह भाम्भोर, व मनसुख मांडविया, उप्र से महेंद्र नाथ पण्डे, व कृष्णा राज, उत्तराखंड से अजय टम्टा, राजस्थान नागौर से च रा चौधरी, व पीपी चौधरी  ने भी पद व गोपनीयता की शपथ ली है। संवैधानिक व्यवस्था के अंतर्गत मं परि की सदस्य संख्या अधिकतम 82 संभव है। 

अमित शाह शीघ्र ही संगठनात्मक पदाधिकारियों की घोषणा कर सकते हैं। अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार, हटाए जाने वाले 6 मंत्रियों में से 5 की प्रगति से असंतुष्ट तथा 1 को संगठन का दायित्व दिया जाने के समाचार हैं। शिवसेना द्वारा मंत्रिमंडल विस्तार समारोह का बहिष्कार का निर्णय बदल कर एक शुभ संकेत दिया गया। शिवसेना को भी एक मंत्री पद दिये जाने की बात थी किन्तु संभवतः दोनों दलों के बीच सहमति नहीं बन पाई। 

एक दो मंत्रियों के विभाग परिवर्तन के साथ नए म्नत्रियों के विभागों की घोषणा की जानी है। कहा जा रहा है, दो वर्ष से विकास ने जो दिशा पकड़ी है उसे और अधिक गति देने के साथ प्रतिनिधित्व का भी ध्यान रख गया है। शुभकामनाओं सहित -तिलक 
नवीनतम ऑनलाइन जानकारी हेतु जुड़ें 
केंद्रीय मंत्रीमंडल में मंत्रियों और उन्हें आवंटित विभागों की सूची निम्नलिखित है- 
नरेन्द्र मोदी: प्रधानमंत्री, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष
राजनाथ सिंहः गृह
सुषमा स्वराजः विदेश मंत्रालय
अरुण जेटलीः वित्त कारपोरेट मामले
एम. वैंकैय्या नायडूः शहरी विकास आवास एवं शहरी गरीबी उन्मूलन, सूचना और प्रसारण
नितिन जयराम गडकरीः सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, जहाजरानी
मनोहर पर्रिकर- रक्षा
सुरेश प्रभु- रेल
डी.वी. सदानंद गौड़ाः सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन
उमा भारतीः जल संसाधन, नदी विकास तथा गंगा संरक्षण
डॉ. नजमा ए. हेपतुल्लाः अल्पसंख्यक मामले
राम विलास पासवानः उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण
कलराज मिश्रः सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम
मेनका संजय गांधीः महिला एवं बाल विकास
अनंत कुमारः रसायन एवं उर्वरक, संसदीय कार्य
रविशंकर प्रसादः संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी, विधि एवं न्याय
जगत प्रकाश नड्डाः स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण
अशोक गजपति राजूः नागरिक उड्डयन
अनंत गीतेः भारी उद्योग एवं लोक उद्यम
हरसिमरत कौर बादलः खाद्य प्रसंस्करण उद्योग
नरेन्द्र सिंह तोमरः ग्रामीण विकास, पंचायती राज, स्वच्छता एवं पेयजल
चौधरी बिरेंदर सिंहः इस्पात
जुएल उरांवः जनजातीय मामले
राधा मोहन सिंहः कृषि
थावरचन्द गेहलोतः सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता
स्मृति जुबिन ईरानीः कपड़ा
डॉ. हर्ष वर्धनः विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान
प्रकाश जावडेकरः मानव संसाधन विकास 
राज्य मंत्री 
राव इन्द्रजीत सिंहः योजना (स्वतंत्र प्रभार), शहरी विकास, गरीबी उन्मूलन
बंडारू दत्तात्रेयः श्रम और रोजगार (स्वतंत्र प्रभार)
राजीव प्रताप रूडी कौशल विकास और उद्यमिता (स्वतंत्र प्रभार)
विजय गोयलः युवा एवं खेल (स्वतंत्र प्रभार)
श्रीपद यसो नायकः आयुष (स्वतंत्र प्रभार)
धर्मेन्द्र प्रधानः पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस (स्वतंत्र प्रभार)
पीयूष गोयलः विद्युत (स्वतंत्र प्रभार), कोयला (स्वतंत्र प्रभार), नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा (स्वतंत्र प्रभार)
डॉ. जितेन्द्र सिंहः पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन राज्य मंत्री, परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विभाग में राज्य मंत्री
निर्मला सीतारमणः वाणिज्य एवं उद्योग (स्वतंत्र प्रभार)
डॉ. महेश शर्माः संस्कृति (स्वतंत्र प्रभार), पर्यटन (स्वतंत्र प्रभार)
मनोज सिन्हाः संचार (स्वतंत्र प्रभार), रेल राज्य मंत्री
अनिल माधव दवेः पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन (स्वतंत्र प्रभार)
वीके सिंहः विदेश राज्य मंत्री 

राज्यमंत्री
संतोष कुमार गंगवारः वित्त
फग्गन सिंह कुलस्तेः स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण
मुख्तार अब्बास नकवीः अल्पसंख्यक मामले, संसदीय कार्य
एसएस अहलूवालियाः कृषि एवं किसान कल्याण, संसदीय कार्य
रामदास अठावलेः सामाजिक न्याय एवं सशक्तिकरण
राम कृपाल यादवः ग्रामीण विकास
हरिभाई पर्थिभाई चौधरीः सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम
गिरिराज सिंहः सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम
हंसराज गंगाराम अहीरः गृह
जीएम सिद्धेश्वरः भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उपक्रम
रमेश चंदप्पा जिगाजीनगीः पेयजल एवं स्वच्छता
राजन गोहेनः रेल
पुरूषोत्तम रूपालाः कृषि एवं किसान कल्याण, पंचायती राज
एमजे अकबरः विदेश
उपेंद्र कुशवाहाः मानव संसाधन विकास
राधाकृष्णन पीः सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग, पोत
किरेन रिजिजूः गृह
कृष्णपालः सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता
जसवंतसिंह सुमनभाई भाभोरः आदिवासी मामले
डॉक्टर संजीव कुमार बाल्यानः जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा सफाई
विष्णु देव साईः इस्पात
सुदर्शन भगतः कृषि एवं किसान कल्याण
वाईएस चौधरीः विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
जयंत सिन्हाः नागरिक उड्डयन
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ः सूचना एवं प्रसारण
बाबुल सुप्रियोः शहरी विकास, आवासीय एवं शहरी गरीबी उन्मूलन
साध्वी निरंजन ज्योतिः खाद्य प्रसंस्करण उद्योग
विजय सापलाः सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता
अर्जुन राम मेघवालः वित्त, कारपोरेट मामले
डॉक्टर महेंद्र नाथ पाण्डेयः मानव संसाधन विकास
अजय टमटाः कपड़ा
कृष्ण राजः महिला एवं बाल विकास
मनसुख एल मानडावियाः सड़क परिवहन, राजमार्ग, पोत, रसायन एवं उर्वरक
अनुप्रिया पटेलः स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण
सीआर चौधरीः उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं जन वितरण
पीपी चौधरीः विधि एवं न्याय, इलेक्ट्रानिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी
डॉक्टर सुभाष रामराव भामरेः रक्षा
रामदास अठावलेः सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता 
वीडिओ १) 
https://www.youtube.com/watch?v=zvYZxljLmxE&list=PL07E4C2D4718D3CC6&index=89
२)https://www.youtube.com/watch?v=zvYZxljLmxE&list=PL691A4A699E3CFAC5&index=71 
३)https://www.youtube.com/watch?v=zvYZxljLmxE&list=PLaypC1Q7dot1H10Bpau0He3_N5ceZpG-S&index=8
नकारात्मक भांड मीडिया जो असामाजिक तत्वों का महिमामंडन करे, उसका सकारात्मक व्यापक विकल्प का सार्थक संकल्प, प्रेरक राष्ट्र नायको का यशगान -युगदर्पण मीडिया समूह YDMS - तिलक संपादक
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Monday, 28 March 2016

रक्षा प्रदर्शनी DEFEXPO 2016 का उद्घाटन

रक्षा प्रदर्शनी DEFEXPO 2016 का उद्घाटन 
 गोवा में रक्षा मंत्री ने किया रक्षा प्रदर्शनी DEFEXPO 2016 का उद्घाटन
Defexpo भारत, के थल, जल और आंतरिक गृहप्रदेश सुरक्षा तंत्र पर एक द्विवार्षिक प्रदर्शनी के 9 संस्करण का  आज रक्षा मंत्री श्री मनोहर पर्रिकर द्वारा 'नक्वेरी क्विटल' क्यूपेम तालुका, दक्षिण गोवा, गोवा पर, उद्घाटन किया गया। रक्षा मंत्रालय के रक्षा उत्पादन विभाग, रक्षा प्रदर्शनी संगठन द्वारा चार दिन की प्रदर्शनी को आयोजित किया जा रहा है। 
यह प्रदर्शिनी जनता के लिए 31 मार्च को तथा इसके पूर्व पंजीकृत आधार पर खुली रहेगी। देखने हेतु पंजी कराएं। वेब पर जाएँ - website www.defexpoindia.in. अथवा इसे आप युगदर्पण पर भी देख सकते हैं।
नकारात्मक भांड मीडिया जो असामाजिक तत्वों का महिमामंडन करे,
उसका सकारात्मक व्यापक विकल्प का सार्थक संकल्प, प्रेरक राष्ट्र नायको का यशगान
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Friday, 22 January 2016

यह राष्ट्रद्रोह नहीं तो क्या है ? भाग 3

यह राष्ट्रद्रोह नहीं तो क्या है ? भाग 3
क्या देश का नेता ऐसा हो ?
देश के लिए बलिदान हुए क महादिक की अंत्येष्टि से,
.. इसे कोई लेना देना नहीं !
मालदा का सुनियोजित मलीदा, राष्ट्र के शत्रुओं द्वारा बनाया गया; ये एक शब्द नहीं बोला !!
अन्य शहीद ले क निरंजन की अंत्येष्टि में भी नहीं गया !!!
पठानकोट की आतंकी घटना पर तो चिल्लाये, किन्तु शोक प्रकट करने
किसी भी शहीद के घर नहीं गए ?
किन्तु यह दादरी में भी था और हैदराबाद भी गया ??
असली क्या है, नकली क्या है; दिल में छुपा हुआ, इनके क्या है ??? .....
राष्ट्र द्रोहियो का ये दोगला चरित्र स्पष्ट दिखाई दे रहा है।
राष्ट्रद्रोहियों की पहचान के बाद भी, हड्डी खोर तो इनके पीछे पूंछ हिलाते आ जायेंगे
किन्तु सामान्य जनता इनकी क्यों माने ???
राष्ट्र द्रोहियो डूब मरो। -तिलक
हाँ या न
इस बार सेना के शहीदों का अपमान है और जातीयता का अलगाव।
राष्ट्रद्रोही चुप रहे तो राष्ट्रभक्त बोलेंगे। -तिलक
नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक व्यापक विकल्प का सार्थक संकल्प
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Saturday, 16 January 2016

सैन्यकर्मी जाल में न फंसें, इसलिए सतर्कता: पर्रिकर

सैन्यकर्मी जाल में न फंसें, इसलिए सतर्कता: पर्रिकर 
तिलक  
16 जन 16  
भारतीय वायुसेना के एक अधिकारी को जाल में फंसाए जाने के मामले की पृष्ठभूमि में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आज कहा कि इस प्रकार के मामलों को रोकने के लिए सभी प्रकार की सावधानियां बरती जा रही हैं और ये मामले अभी निचले स्तर तक ही सीमित हैं। पर्रिकर ने जयपुर में संवाददाताओं से कहा, ''मुझे नहीं लगता कि ऐसी चीजें (जासूसी) उच्च स्तर पर होती हैं। कुछ चीजें सामने आई हैं, किन्तु वे निचले स्तर पर हैं और हमने उन्हें रोकने के लिए सभी सावधानियां बरती हैं।’’ 
उन्होंने कहा, ‘‘जब हम सतर्क होते हैं, तो लोभ देकर जाल में फंसने जैसी चीजें सामान्यत: नहीं हो पाती। हमें सदा सतर्क रहना चाहिए। हम भर्ती और प्रशिक्षण के समय इसका ध्यान रखते हैं। जवानों के सोशल नेटवर्किंग साइटों का उपयोग करने को लेकर स्पष्ट दिशा निर्देश एवं आचार संहिता है।’’ हाल में भारतीय वायुसेना के 30 वर्षीय एक अधिकारी रंजीत के.के. को, एक संदिग्ध जासूस को आधिकारिक सूचनाएं कथित रूप से देने के मामले में बंदी बना और सेवा से निलम्बित किया गया है। दिल्ली पुलिस अपराध शाखा के अनुसार अधिकारी ने फेसबुक पर स्वयं को पत्रकार बताने वाली संदिग्ध जासूस दामिनी मैक्नॉट के बिछाए मधुपाश में फंस कर यह जानकारी साझा की। 
पर्रिकर ने सेना की भर्ती रैली के उद्घाटन के अवसर पर अंबेर के निकट के.औ.सु. बल (सीआईएसएफ) मैदान में वहां रैली को हरी झंडी देने से पूर्व प्रत्याशियों के साथ बातचीत के समय कही। बड़ी संख्या में प्रत्याशियों ने इस खुली रैली में भाग लिया, जिसके लिए 'ऑनलाइन' पंजीकरण किए गए थे। उन्होंने कहा, ''हमने भर्ती रैली के लिए 'ऑनलाइन' आवेदन की प्रक्रिया शुरू की। इस बात की आशंका थी कि प्रत्याशियों की संख्या गिर सकती है, किन्तु इसके विपरीत यह संख्या बढ गई है।’’ पर्रिकर ने कहा, ''भारतीय युवा देशभक्त हैं और वह राष्ट्रवादी सोच रखते हैं और इसीलिए वह सेना में भर्ती होना चाहते हैं।’’ इस अवसर पर केंद्रीय राज्य सूचना एवं प्रसारण मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर और सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
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Wednesday, 13 January 2016

शर्मनिरपेक्षों को शर्म कब आएगी?

शर्मनिरपेक्षों को शर्म कब आएगी? 
वन्देमातरम, 
2002 से मोदी विरोधी हुए ओबामा सहित विश्व नेता, मोदी का दूसरा स्वरूप देख व समझ पा रहे हैं। विश्व में मोदी तथा भारत के प्रति सोच बदल रही है, सम्मान बड़ रहा है। किन्तु यहाँ; देश का शर्मनिरपेक्ष विपक्ष और बिकाऊ शर्मनिरपेक्ष मीडिया का दुष्प्रचार, भ्रम के आवरण से, जनता की आँखों तक सत्य पहुँचने नहीं दे रहा। 
ऐसे में जन जन तक सत्य पहुँचाने में आपके समर्थन का साथ, बिकाऊ नकारात्मक  मीडिया के सकारात्मक सार्थक राष्ट्रवादी विकल्प 'युदमीस' YDMS को सशक्त बनाएगा। जो 2001 से युगदर्पण का पौध 2010 -15 के बीच सोशल मीडिया से जुड़ 30 विविध विषयों के ब्लॉग, फेबु पर 10 समूह 10 पेज, रेडिफ, ट्विटर तथा 5 उपभोक्ता चैनल सहित 'युदमीस' YDMS बन चुका है, उसे राष्ट्रवादी विकल्प के रूप में सार्थकता प्रदान कर, आप अपना दायित्व निभाएंगे। जो भटके है, राह पर आएंगे। सच्चे देश प्रेमियों से ऐसी आशा ही नहीं, विश्वास भी है। -तिलक 
शेयर करें 125 करोड़ से 
'युदमीस' समूह के सभी सूत्र यहाँ हैं- 
www.yugdarpan.simplesite.com 
ओबामा ने कहा कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान सहित विश्व के कई भागों में दशकों तक अस्थिरता बनी रहेगी और अल कायदा एवं आईएसआईएस से अमेरिका को सीधा संकट है। 
- 9910774607, 7531949051 
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Friday, 11 December 2015

महान राष्ट्रकवि सुब्रमण्य भारती, 133 वीं जयन्ती

Image result for सुब्रमण्य भारतीमहान राष्ट्रकवि सुब्रमण्य भारती, 133 वीं जयन्ती 
सुब्रमण्य भारती, சுப்பிரமணிய பாரதி ரஷ்ற்றகவி, 
जन्म दिवस 11 दिसं 2015  न दि 
बात चाहे साहित्य की हो या राजनीति की, गद्य की हो या पद्य की, तमिल की हो या अंग्रेजी की, सुब्रमण्य भारती का कोई सानी दृष्टी में नहीं आता। भारत के महान कवियों में सुविख्यात भारती ने मात्र साहित्य के क्षेत्र में ही अपना बहुमूल्य योगदान नहीं दिया, बल्कि स्वतंत्रता संग्राम में भी उन्होंने अपना परचम लहराया। महाकवि भारती अथवा महाकवि भरतियार के नाम से भी जाना जाता है। उनकी कविताओं में राष्ट्रभक्ति कूट-कूट कर भरी हुई है। वह एक कवि होने के साथ-साथ भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में जुड़े सेनानी, समाज सुधारकपत्रकार तथा उत्तर भारत व दक्षिण भारत के मध्य एकता के सेतु समान थे। जिसने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, बाल गंगाधर तिलक, श्री अरविंद और वीवीएस अय्यर जैसी शीर्ष नायकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर भारत को दासत्व की बेड़ियों से बाहर निकालने का प्रयास किया। 
Image result for सुब्रमण्य भारतीआधुनिक तमिल साहित्य का जनक और केंद्र बिंदु, सुब्रमण्य भारती गद्य और पद्य लेखन में काफी परिपक्व थे। उन्होंने कई लघु कथाएं भी लिखी थीं। उन्होंने तमिल कविता में एक नई शैली 'पुथुक्कविताई' अर्थात आधुनिक कविता की रचना की थी। तमिल सबसे मधुर भाषा करार देने वाले भारती ने, एक कविता लिखी थी जिसमें उन्होंने लिखा था कि आज तक उन्होंने तमिल से मधुर भाषा नहीं देखी। भारती तमिल के साथ−साथ तेलुगु, बंगाली, हिन्दी, संस्कृत, फ्रेंच और अंग्रेजी में भी निपुण थे। 
तमिलनाडु के 'एट्टायापुरम' गांव में 11 दिसंबर 1882 को तमिल ब्राह्मण परिवार में जन्मे सुब्रमण्य की प्राथमिक शिक्षा गांव में ही हुई। जब वह मात्र 11 वर्ष के थे, तो उन्हें एक कवि सम्मेलन में बुलाया गया और जहाँ उन्होंने कविता पाठ से प्रभावित किया। मेधावी छात्र होने के नाते वहां के राजा ने उन्हें ‘भारती’ की उपाधि दी। 1898 में वे उच्च शिक्षा के लिये बनारस चले गये। आगामी चार वर्ष उनके जीवन में ‘‘खोज’’ के वर्ष थे। बनारस प्रवास की अवधि में उनका हिन्दू अध्यात्म व राष्ट्रप्रेम से साक्षात्कार हुआ। सन् 1900 तक वे भारत के राष्ट्रीय आन्दोलन में पूरी तरह जुड़ चुके थे और भगिनी निवेदिताअरविंद और वंदे मातरम् के गीत ने भारती के भीतर आजादी की भावना को और पल्लवित किया। 
जहां तक सुब्रमण्य के पत्रकारिता जीवन की बात है, तो वह भी अपने आप में काफी गौरवशाली रहा। भारती ही देश के एक ऐसे पत्रकार थे, जिन्होंने पहली बार अपने समाचारपत्र में प्रहसन और राजनीतिक कार्टूनों को स्थान दिया।भारती ने स्वतंत्रता संग्राम में बहुत ही  महत्वपूर्ण योगदान दिया था और कई बार जेल यात्रा भी की थी। भारती जब पांडिचेरी में थे तो उन्होंने श्री अरविंद के साथ मिलकर काम किया था और वे दोनों बड़े अच्छे मित्र थे। जीवन के हर क्षेत्र में अपना महत्व रखने वाले भारती का देहांत, बड़े ही मार्मिक ढंग से हुआ। वास्तव में, जिस हाथी को वह प्रति दिन चारा खिलाया करते थे, उसी ने उन्हें कुचल दिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए और इस घटना के कुछ ही दिनों बाद 11 सितंबर 1921 को उनका देहांत हो गया। 
प्रमुख रचनाएँ  ‘स्वदेश गीतांगल’ (1908) तथा ‘जन्मभूमि’ (1909) उनके देशभिक्तपूर्ण काव्य माने जाते हैं, जिनमें राष्ट्रप्रेम् और ब्रिटिश साम्राज्य के प्रति ललकार के भाव स्पष्ट हैं। एक कविता में भारती ने ‘भारत का जाप करो’ की राह दी है।
तुम स्वयं ज्योति हो मां,
शौर्य स्वरूपिणी हो तुम मां,
दुःख और कपट की संहारिका हो मां,
तुम्हारी अनुकम्पा का प्रार्थी हूं मैं मां।
(डॉ॰ भारती की कविता ‘मुक्ति का आह्वान’ से)
‘एक होने में जीवन है। यदि हमारे बीच ऐक्य भाव नहीं रहा, तो सबकी अवनति है। इसमें हम सबका सम्यक उद्घार होना चाहिए। उक्त ज्ञान को प्राप्त करने के बाद हमें और क्या चाहिए?’
हम दासत्व रूपी धन्धे की शरण में प़डकर, बीते हुए दिनों के लिए मन में लिज्जत होकर, द्वंद्वों एवं निंदाओं से निवृत्त होने के लिए; इस गुलामी की स्थिति को (थू कहकर) धिक्कारने के लिए ‘वंदे मातरम्’ कहेंगे। 
काश ! तमिल अपने प्रेरणा पुञ्ज से प्रकाशित हो कर, अपनी ऊर्जा को जागृत कर, 
जड़ों को सुदृढ़ करे। उस राष्ट्र भक्त की जयंती का यही सच्चा उपहार होगा। युगदर्पण 
विश्वगुरु रहा वो भारत, इंडिया के पीछे कहीं खो गया |
इंडिया से भारत बनकर ही, विश्व गुरु बन सकता है; - तिलक
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"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है | इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक
यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण,
योग्यता व क्षमता विद्यमान है | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक
पूरा परिवेश पश्चिम की भेंट चढ़ गया है | उसे संस्कारित, योग, आयुर्वेद का अनुसरण कर
हम अपने जीवन को उचित शैली में ढाल सकते हैं | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक
पत्रकारिता व्यवसाय नहीं एक मिशन है| -युगदर्पण