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Sunday, 17 April 2022

*मुंबई में 40 वां हुनर हाट उद्घाटन सीधे प्रसारण*

<b>*मुंबई में 40 वां हुनर हाट उद्घाटन सीधे प्रसारण*</b>
*1/106, महाराष्ट्र 2020 YDMS👑*
*▶CD-Live YDMS👑 चयनदर्पण* 
https://t.me/ydms_oll 
*युदस पसूका नदि/मुं 17 अप्रैल 2022:* मुंबई से 40 वें हुनर हाट के उद्घाटन समारोह का सीधा प्रसारण आप देख सकते हैं। भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय के सौजन्य से हमारे सर्व प्रादेशिक चैनल की महाराष्ट्र प्ले सूची में1/106 पर, तथा विविध विषयों के चैनल *▶️DD-Live YDMS👑 दूरदर्पण* पर
*👉🌟🎯1/509, क्रीड़ा 🏏व सृजन मंच कला-दर्पण👈*  अथवा विविध समारोह के 1/330, जहां 31 राज्यों से आए प्रतिभा शिल्प प्रतिभागियों को सम्बोधित करते केंद्रिय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी जी।
- तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार,
युगदर्पण®2001 मीडिया समूह YDMS👑
https://youtube.com/playlist...
पत्रकारिता व्यवसाय नहीं एक मिशन है| -युगदर्पण

Sunday, 13 March 2022

*👉11वा खेल महाकुंभ, उद्घाटन गुजरात में मोदी👈*

,<b>*<b>👉गुजरात में 11वें खेल महाकुंभ का उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी👈* 
*युदस/पसुका नदि: 12 मार्च 2022:* गुजरात में 11वें खेल महाकुंभ के उद्घाटन पर बोले प्रधानमंत्री मोदी-</b> </b> 
नमस्कार! भारत माता की जय! 
अपने भाषण में मोदी ने,
गुजरात के गवर्नर आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, भाजपा के अध्यक्ष सी आर पाटिल, गुजरात सरकार में खेल राज्य मंत्री हर्ष सांघवी, सांसद हंसमुख भाई पटेल, नरहरि अमीन और अहमदाबाद के नगर अध्यक्ष किरीट कुमार परमार, सहित अन्य महानुभाव और गुजरात के कोने-कोने से आए युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा-

मेरे सामने ये युवा जोश का ये सागर, ये उमंग, ये उत्साह की लहरें, ये स्पष्ट बता रही हैं कि गुजरात का नवयुवक आप सब आकाश छूने के लिए तैयार हैं। ये न केवल खेलों का महाकुंभ है, बल्कि ये गुजरात की युवा शक्ति का भी महाकुंभ है। इसके साथ ही मोदी ने 11वें खेल महाकुंभ के लिए सभी युवाओं को ढेर सारी शुभकामनाएं दी। तथा गुजरात सरकार को, विशेष रूप से मुख्यमंत्री भूपेन्द्र भाई पटेल को भी इस भव्य आयोजन के लिए बहुत-बहुत बधाई दी। मोदी ने कहा, कोरोना के कारण दो वर्षों तक खेल महाकुंभ स्थगित रहा। किन्तु भूपेन्द्र भाई ने जिस भव्यता के साथ इस आयोजन को आरंभ किया है, उसने युवा खिलाड़ियों को नए जोश से भर दिया है। 

मोदी ने कह,

मुझे याद है, 12 वर्ष पूर्व 2010 में गुजरात के मुख्‍यमंत्री के नाते, उस कार्यकाल में खेल महाकुंभ के आरंभ को स्मरण करते कहा, अपने बोए सपने के बीज को, आज इतने विशाल वटवृक्ष का आकार लेते देख रहा हूँ। 2010 में प्रथम खेल महाकुंभ में ही गुजरात ने 16 खेलों में 13 लाख खिलाड़ियों के साथ इसका आरंभ किया था। जबकि 2019 में हुये खेल महाकुंभ में ये भागीदारी 13 लाख से 40 लाख युवाओं तक पहुँच गई थी। 36 खेलों, और 26 अर्ध-खेलों में 40 लाख खिलाड़ी! कबड्डी, खो-खो तथा रस्साकसी से लेकर योगासन और मल्लखंभ तक! मोदी ने कहा- स्केटिंग और टेनिस से लेकर फेंसिंग तक, प्रत्येक खेल में हमारे युवा आज कमाल कर रहे हैं और अब ये आंकड़ा 40 लाख को पार करके 55 लाख पहुंच रहा है। 
‘शक्तिदूत’ जैसे कार्यक्रमों के द्वारा खेल महाकुंभ के खिलाड़ियों को सहयोग देने का दायित्व भी सरकार उठा रही है। और ये जो सतत अविराम प्रयास किये गए, खिलाड़ियों ने जो साधना की और जब खिलाड़ी प्रगति करता है तो उसके पीछे एक लंबी तपस्‍या होती है। जो संकल्प गुजरात के लोगों ने मिलकर लिया था, वो आज विश्व में अपना परचम लहरा रहा है। 

नौजवान को सम्बोधित करते मोदी बोले, ये गुजरात की युवा शक्ति का आपको गर्व है? गुजरात के खिलाड़ी पराक्रम कर रहे हैं, आपको गर्व हो रहा है? खेल महाकुंभ से निकलने वाले युवा ओलम्पिक, कॉमनवेल्थ और एशियन खेलों सहित कई वैश्विक खेलों में आज देश का और गुजरात का युवा अपनी छटा बिखेर रहे हैं। ऐसी ही प्रतिभाएं इस महाकुंभ से भी आपके बीच से ही निकलने वाली हैं। खिलाड़ी युवा तैयार करते हैं। खेल के मैदान से उभरते हैं और पूरे भारत का ध्वज विश्व में लहराते हैं।

मोदी ने आगे कहा, एक समय था जब खेल जगत में भारत की पहचान केवल एक दो खेलों के बल पर टिकी थी। इसका परिणाम ये हुआ कि जो खेल देश के गौरव और पहचान से जुड़े थे, उन्हें भी भुला दिया गया। इस कारण से खेलों से जुड़े संसाधन बढ़ाने, खेल आधार भूत संरचना को आधुनिक बनाने पर ध्यान देना चाहिए था, जितनी प्राथमिकता देनी चाहिए थी, वो एक प्रकार से रुक गया था। इतना ही नहीं, जैसी राजनीति में भाई-भतीजावाद घुस गया है, खेल जगत में भी खिलाड़ियों के चयन में पारदर्शिता की कमी भी एक बहुत बड़ा कारण था। खिलाड़ियों की सारी प्रतिभा समस्याओं से जूझने में ही निकल जाती थी। उस भंवर से निकलकर भारत के युवा आज आकाश छू रहे हैं। स्वर्ण और रजत की चमक देश के आत्मविश्वास को भी चमका रही है और चमत्कार का अनुभव भी करा रही है। विश्व का सबसे युवा देश खेल के मैदान में भी एक शक्ति बनकर उभर रहा है। टोक्यो ओलम्पिक और अर्द्धओलम्पिक, उसमें हमारे खिलाड़ियों ने इस परिवर्तन को प्रमाणित किया है। टोक्यो ओलम्पिक में भारत ने प्रथम बार 7 पदक जीते हैं। यही स्थिति भारत के बेटे-बेटियों ने टोक्यो अर्द्धओलम्पिक में भी बनाया। भारत ने इस वैश्विक प्रतियोगिता में 19 पदक जीते। किन्तु, साथियों, ये तो आरम्भ है। न भारत रुकने वाला है, न थकने वाला है। मुझे मेरे देश की युवा शक्ति पर विश्वास है, मुझे मेरे देश के युवा खिलाड़ियों की तपस्या पर विश्वास है, मुझे मेरे देश के युवा खिलाड़ियों के सपने, संकल्प और समर्पण पर विश्वास है। और इसलिए आज मैं लाखों युवाओं के सामने साहस के साथ कह सकता हूं कि भारत की युवा शक्ति इसे बहुत आगे लेकर जाएगी। वो दिन दूर नहीं जब हम कई खेलों में, कई पदक एक साथ जीतने वाले देशों में भारत का तिरंगा लहराएंगे। https://t.me/ydms_oll अभी है-,<b>*<b>👉गुजरात में 11वें खेल महाकुंभ का उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी👈* 
*युदस/पसुका नदि: 12 मार्च 2022:* गुजरात में 11वें खेल महाकुंभ के उद्घाटन पर बोले प्रधानमंत्री मोदी-</b> </b> 
नमस्कार! भारत माता की जय! 
अपने भाषण में मोदी ने,
गुजरात के गवर्नर आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, भाजपा के अध्यक्ष सी आर पाटिल, गुजरात सरकार में खेल राज्य मंत्री हर्ष सांघवी, सांसद हंसमुख भाई पटेल, नरहरि अमीन और अहमदाबाद के नगर अध्यक्ष किरीट कुमार परमार, सहित अन्य महानुभाव और गुजरात के कोने-कोने से आए युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा-

मेरे सामने ये युवा जोश का ये सागर, ये उमंग, ये उत्साह की लहरें, ये स्पष्ट बता रही हैं कि गुजरात का नवयुवक आप सब आकाश छूने के लिए तैयार हैं। ये न केवल खेलों का महाकुंभ है, बल्कि ये गुजरात की युवा शक्ति का भी महाकुंभ है। इसके साथ ही मोदी ने 11वें खेल महाकुंभ के लिए सभी युवाओं को ढेर सारी शुभकामनाएं दी। तथा गुजरात सरकार को, विशेष रूप से मुख्यमंत्री भूपेन्द्र भाई पटेल को भी इस भव्य आयोजन के लिए बहुत-बहुत बधाई दी। मोदी ने कहा, कोरोना के कारण दो वर्षों तक खेल महाकुंभ स्थगित रहा। किन्तु भूपेन्द्र भाई ने जिस भव्यता के साथ इस आयोजन को आरंभ किया है, उसने युवा खिलाड़ियों को नए जोश से भर दिया है। 

मोदी ने कह,

मुझे याद है, 12 वर्ष पूर्व 2010 में गुजरात के मुख्‍यमंत्री के नाते, उस कार्यकाल में खेल महाकुंभ के आरंभ को स्मरण करते कहा, अपने बोए सपने के बीज को, आज इतने विशाल वटवृक्ष का आकार लेते देख रहा हूँ। 2010 में प्रथम खेल महाकुंभ में ही गुजरात ने 16 खेलों में 13 लाख खिलाड़ियों के साथ इसका आरंभ किया था। जबकि 2019 में हुये खेल महाकुंभ में ये भागीदारी 13 लाख से 40 लाख युवाओं तक पहुँच गई थी। 36 खेलों, और 26 अर्ध-खेलों में 40 लाख खिलाड़ी! कबड्डी, खो-खो तथा रस्साकसी से लेकर योगासन और मल्लखंभ तक! मोदी ने कहा- स्केटिंग और टेनिस से लेकर फेंसिंग तक, प्रत्येक खेल में हमारे युवा आज कमाल कर रहे हैं और अब ये आंकड़ा 40 लाख को पार करके 55 लाख पहुंच रहा है। 
‘शक्तिदूत’ जैसे कार्यक्रमों के द्वारा खेल महाकुंभ के खिलाड़ियों को सहयोग देने का दायित्व भी सरकार उठा रही है। और ये जो सतत अविराम प्रयास किये गए, खिलाड़ियों ने जो साधना की और जब खिलाड़ी प्रगति करता है तो उसके पीछे एक लंबी तपस्‍या होती है। जो संकल्प गुजरात के लोगों ने मिलकर लिया था, वो आज विश्व में अपना परचम लहरा रहा है। 

नौजवान को सम्बोधित करते मोदी बोले, ये गुजरात की युवा शक्ति का आपको गर्व है? गुजरात के खिलाड़ी पराक्रम कर रहे हैं, आपको गर्व हो रहा है? खेल महाकुंभ से निकलने वाले युवा ओलम्पिक, कॉमनवेल्थ और एशियन खेलों सहित कई वैश्विक खेलों में आज देश का और गुजरात का युवा अपनी छटा बिखेर रहे हैं। ऐसी ही प्रतिभाएं इस महाकुंभ से भी आपके बीच से ही निकलने वाली हैं। खिलाड़ी युवा तैयार करते हैं। खेल के मैदान से उभरते हैं और पूरे भारत का ध्वज विश्व में लहराते हैं।

मोदी ने आगे कहा, एक समय था जब खेल जगत में भारत की पहचान केवल एक दो खेलों के बल पर टिकी थी। इसका परिणाम ये हुआ कि जो खेल देश के गौरव और पहचान से जुड़े थे, उन्हें भी भुला दिया गया। इस कारण से खेलों से जुड़े संसाधन बढ़ाने, खेल आधार भूत संरचना को आधुनिक बनाने पर ध्यान देना चाहिए था, जितनी प्राथमिकता देनी चाहिए थी, वो एक प्रकार से रुक गया था। इतना ही नहीं, जैसी राजनीति में भाई-भतीजावाद घुस गया है, खेल जगत में भी खिलाड़ियों के चयन में पारदर्शिता की कमी भी एक बहुत बड़ा कारण था। खिलाड़ियों की सारी प्रतिभा समस्याओं से जूझने में ही निकल जाती थी। उस भंवर से निकलकर भारत के युवा आज आकाश छू रहे हैं। स्वर्ण और रजत की चमक देश के आत्मविश्वास को भी चमका रही है और चमत्कार का अनुभव भी करा रही है। विश्व का सबसे युवा देश खेल के मैदान में भी एक शक्ति बनकर उभर रहा है। टोक्यो ओलम्पिक और अर्द्धओलम्पिक, उसमें हमारे खिलाड़ियों ने इस परिवर्तन को प्रमाणित किया है। टोक्यो ओलम्पिक में भारत ने प्रथम बार 7 पदक जीते हैं। यही स्थिति भारत के बेटे-बेटियों ने टोक्यो अर्द्धओलम्पिक में भी बनाया। भारत ने इस वैश्विक प्रतियोगिता में 19 पदक जीते। किन्तु, साथियों, ये तो आरम्भ है। न भारत रुकने वाला है, न थकने वाला है। मुझे मेरे देश की युवा शक्ति पर विश्वास है, मुझे मेरे देश के युवा खिलाड़ियों की तपस्या पर विश्वास है, मुझे मेरे देश के युवा खिलाड़ियों के सपने, संकल्प और समर्पण पर विश्वास है। और इसलिए आज मैं लाखों युवाओं के सामने साहस के साथ कह सकता हूं कि भारत की युवा शक्ति इसे बहुत आगे लेकर जाएगी। वो दिन दूर नहीं जब हम कई खेलों में, कई पदक एक साथ जीतने वाले देशों में भारत का तिरंगा लहराएंगे। https://t.me/ydms_oll अभी है- 
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Wednesday, 28 July 2021

*संसद में 5 नए बिल प्रस्तुत, चर्चा👀*

 *संसद में 5 नए बिल प्रस्तुत, चर्चा👀*

👉🌟संसद/सरकार दर्पण👈 प्ले सूची 174-78,
🔑DD-Live YDMS👑 दूरदर्पण®
*युदस नदि 28 जुलाई 21:* संसद में चर्चा हेतु 5 नए बिल प्रस्तुत,👀 प्ले सूची 174-178/178, संसद/सरकार दर्पण।
सभी आवश्यक समाचार त्वरित पाने और देखने हेतु YDMS👑 के दोनों त्वरित समाचार चैनल सब्सक्राइब करना भूलें नहीं। विविध विषयों पर, DD-Live YDMS👑 दूरदर्पण® तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार -युगदर्पण®2001 मीडिया समूह YDMS👑
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Tuesday, 27 July 2021

महिला मोर्चा द्वारा केन्द्रीय मंत्री (महिला) सम्मान समारोह

Felicitation of *Women Union Ministers ceremonised at BJP HQ
🌟PL 35/35, भाजपा संगठन YDMS👑
CD-Live YDMS👑 चयनदर्पण
*युदस नदि 27 जुलाई 21:* कार्यक्रम सीधे (live) प्रसारण देख सकते हैं।
Felicitation ceremony of *Women Union Ministers organised by BJP Mahila Morcha is being held in presence of BJP National President* Shri J.P. Nadda now at BJP HQ, 6A DDU Marg, N.D.
वन्देमातरम् के पश्चात् वानथी श्रीनिवासनी अध्यक्षा महिला मोर्चा द्वारा सम्मान समारोह
केन्द्रीय मंत्री (महिला)
1) निर्मला सीतारमण,
2) स्मृति ईरानी,
3) रेणुका सिंह सरुता :
4) मीनाक्षी लेखी :
5) दर्शना विक्रम जरदोश :
6) शोभा करंदलाजे :
7) साध्वी निरंजन ज्योति :
😎 अन्नपूर्णा देवी :
9) प्रतिमा भौमिक :
10) डॉ. भारती प्रवीण पवार :
11) अनुप्रिया सिंह पटेल :
-युगदर्पण®2001 मीडिया समूह YDMS👑

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Friday, 23 July 2021

#Cheer4India टोक्यो ओलंपिक 2020

#Cheer4India टोक्यो
ओलंपिक
2020
विवरण : 23 जुलाई 2021 से टोक्यो
ओलंपिक
्स 2020 (Tokyo
Olympics
2020) आरम्भ हो गए हैं। 👉कोरोना-19 महामारी के चलते इस बार के
ओलंपिक
खेल बहुत ही विशेष होने वाले हैं। इन
ओलंपिक
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Thursday, 28 November 2019

रेल दर्पण 

भारतीय रेल- कश्‍मीर घाटी में रेल सेवाएं बहाल कर

कुल 16 रेलगाड़ियां चलाई जा रही हैं।

पसूका/ युदस नदि: 26 नव 2019 सर्दी के मौसम में कश्‍मीर घाटी में बर्फहोने के कारण वाहनों की आवागमन प्राय: बाधित रहता है। इस स्थिति में कश्‍मीर घाटी में रेल परिचालन को परिवहन का श्रेष्‍ठ माध्‍यम समझा जाता है। बारामूला से बनिहाल तक (138 किलोमीटर) क्षेत्र के बीच स्‍थानीय यात्री रेलगाड़ी से यात्रा करते हैं। इनके लाभ के लिए भारतीय रेल की सेवाएं चालू हुई हैं। सरकार तथा रेल पुलिस द्वारा सुरक्षा का अवलोकन करने और उनके आश्‍वासनों के बाद कश्‍मीर घाटी में रेल सेवाएं फिर से आरम्भ करने का निर्णय लिया गया। 
गत् 7 नवम्‍बर, 2019 को भारी बर्फ होने के कारण रेल पटरियों पर 20 से 45 सेंटीमीटर बर्फ जम गई थी। बर्फ हटाने वाली मशीनें रेल पटरियों पर लगाई गईं। रेल पटरियों पर सुरक्षित परिचालन की अनुमति से पूर्व श्रीनगर-बारामूला तथा श्रीनगर-बनिहाल खण्ड को ठीक किया गया। 10 नम्‍बर, 2019 को श्रीनगर-बारामूला खण्ड के बीच निरीक्षण आदि का काम किया गया। यही कार्य 16 नवम्‍बर, 2019 को श्रीनगर-बनिहाल खण्ड पर किया गया।
12 नवम्‍बर, 2019 से प्रात: 10 बजे से अपराह्न 3 बजे तक 45 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से श्रीनगर-बारामूला के बीच रेलगाड़ियों की दो जोड़ियां चलाई गईं। इसी प्रकार, 17 नवम्‍बर को श्रीनगर-बनिहाल खण्ड पर 45 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से रेल सेवाएं प्रारंभ की गईं। अब सेवाओं के समय में वृद्धि कर दी गई है और प्रात: 8 बजे से शाम 5 बजे तक रेल परिचालन हो रहा है। खण्ड की 100 किलोमीटर प्रति घंटे की सामान्‍य गति भी लागू कर दी गई है। अभी कुल 16 रेलगाड़ियां चल रही हैं। सभी रेल सेवाएं प्रात: 8 बजकर 5 मिनट पर आरम्भ होकर, शाम 5 बजे समाप्‍त हो जाती हैं। 
पत्रकारिता व्यवसाय नहीं एक राष्ट्रीय अनुष्ठान है। नकारात्मक मीडिया का सकारात्मक विकल्प -युगदर्पण

इन भाषाओं में पढ़ें: English , Urdu , Bengali


रक्षा दर्पण
युद्ध में घायल सैनिकों की सरकारी आवास सुविधा हुई एक वर्ष 

-रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

पसूका/ युदस नदि: 26 नव 2019, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सैन्य कर्मियों का मनोबल बढ़ाने के उद्देश्य से युद्ध में घायल सैनिकों के लिए सरकारी  आवास सुविधा को तीन माह से बढ़ाकर एक वर्ष करने का निर्णय लिया है। सशस्त्र बलों की आवश्यकताओ और मांगों को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने वर्तमान प्रावधानों की समीक्षा की थी। 
जबकि भीवर्तमान प्रावधानों के अनुसार, कार्रवाई के समय घायल, मृत सैन्य कर्मियों का परिवार/उनकी विधवा दो वर्ष की अवधि के लिए सरकारी आवास की सुविधा पाने के लिए अधिकृत हैं, जिसे 1999 एवं 2006 की नीतियों के अनुसार मामले की उपयुक्तता के आधार पर एक वर्ष और छह माह की अतिरिक्त अवधि तक बढ़ाया जा सकता है।
पत्रकारिता व्यवसाय नहीं एक राष्ट्रीय अनुष्ठान है। नकारात्मक मीडिया का सकारात्मक विकल्प -युगदर्पण
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    Thursday, 28 March 2019

    *मिशन शक्ति : भारत की बड़ी उपलब्धि, अंतरिक्ष में 3 मिनट के भीतर लक्ष्य भेदन*  

    देश की जड़ों से जुड़ें👉 

    प्रमं नरेंद्र मोदी का फाइल चित्र.... 

    *युदस नदि 27 मार्च, 2019* प्रमं मोदी ने कहा कि मिशन शक्ति अत्‍यंत कठिन कार्य था। भारत ने मिशन शक्ति को तीन मिनट में पूरा किया।
    नई दिल्‍ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि कुछ समय पूर्व भारत ने अभूतपूर्व सिद्धी अर्जित कर ली है। अंतरिक्ष शक्ति के रूप में भारत ने अपना नाम अंकित करा लिया है। अब तक विश्व के तीन देश अमेरिका, रूस और चीन को यह उपलब्धि प्राप्त थी, अब भारत चौथा देश है, जिसने आज यह सिद्धी प्राप्‍त की है। यह हर भारतवासी के लिए गर्व का विषय है। हमारे वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में 300 किमी दूर (एलईओ ऑरबिट) पिंड को मार गिराया है। यह एक पूर्व निर्धारित लक्ष्‍य था। इसे ए सेट मिसाइट द्वारा तीन मिनट में मार गिराया गया। मिशन शक्ति अत्‍यंत कठिन कार्य था। प्रमं ने स्पष्ट किया कि भारत सदा अंतरिक्ष में हथियारों की होड़ के विरुद्ध रहा है।

    उन्‍होंने कहा कि भारत ने मिशन शक्ति को तीन मिनट में पूरा किया। 🎯 लक्ष्य भेदी मिसाइल (ए सेट मिसाइल) भारत  की विकास यात्रा की दृष्टि से देश को नई दिशा देगा। यह किसी देश के विरुद्ध नहीं था। यह किसी भी अंतरराष्‍ट्रीय कानून या संधि समझौतों का उल्‍लंघन नहीं करता है। हम आधुनिक तकनीक का उपयोग देश के 130 करोड़ नागरिकों की सुरक्षा के लिए किया है। एक सशक्त भारत का होना अति आवश्यक है। हमारा उद्देश्य युद्ध का वातावरण बनाना नहीं है।

    उन्‍होंने कहा कि हमारा उद्देश्‍य शांति बनाए रखना है। हम निसंदेह एकजुट होकर एक शक्तिशाली और सुरक्षित भारत का निर्माण करेंगे। मैं ऐसे भारत की परिकल्‍पना करता हूँ, जो अपने समय से दो पग आगे की सोच सके और चलने का साहस भी जुटा सके। सभी देशवासियों को आज की इस महान उपलब्धि के बहुत बधाई। इस पराक्रम को करने वाले मेरे साथियों को बहुत धन्‍यवाद।

    जबकि निर्धारित समय में प्रमं नरेंद्र मोदी का संबोधन सामने न आने के बाद समाचार एजेंसी एएनआई ने दोपहर 12.16 बजे ट्वीट कर कहा कि प्रमं मोदी अगले 8 मिनट के भीतर राष्‍ट्र को संबोधित करेंगे।

    इससे पूर्व प्रातः 11.23 बजे प्रमं नरेंद्र मोदी ने ट्वीट पर कहा था, मेरे प्यारे देशवासियों, आज प्रातः लगभग 11.45 - 12.00 बजे मैं राष्‍ट्र के नाम एक महत्वपूर्ण संदेश लेकर आप के बीच आऊंगा। टेलीविजन, रेडियो या सोशल मीडिया पर मेरा संदेश सुनें।
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